परियोजना निर्यात संवर्धन परिषद के बारे में (पीईपीसी)
भारतीय परियोजना निर्यात संवर्धन परिषद (पीईपीसी) एक निर्यात संवर्धन परिषद है जिसे भारत सरकार द्वारा 1984 में (भारतीय विदेश निर्माण परिषद के रूप में) गठित किया गया था। सरकार (भारत) की विदेश व्यापार नीति के अनुरूप पीईपीसी न केवल आवश्यक निर्यात संवर्धन पहल के कार्य करती है बल्कि इंजीनियरिंग सेवा के निम्नलिखित किसी मॉड्यूल्स में विदेश में परियोजना स्थापित करने के लिए – सार्वजनिक या निजी क्षेत्र में – प्रक्रम इंजीनियरिंग ठेकेदारों तथा परामर्शदाताओं सहित भारतीय सिविल तथा इंजीनियरिंग (ईपीसी) निर्माण को आवश्यक तकनीकी सूचना, मार्गदर्शन तथा सहयोग भी प्रदान करती है :-
- सिविल निर्माण (ढांचा/अवसंरचना)
- टर्नकी
- प्रक्रम एवं इंजीनियरिंग परामर्श सेवाएं
- परियोजना निर्माण मदें (स्टील एवं सीमेंट को छोड़कर)/परियोजना सामग्री
2015-16 से 2019-20 तक परियोजना निर्यात आंकड़ा निम्नवत है :
|
2019-20 |
2018-19 |
2017-18 |
2016-17 |
2015-16 |
(रु.करोड़ में) |
30114.53 |
27186 |
27,804 |
54,575 |
33,057 |
अमरीकी डॉलर (मिलियन में) |
4232.73 |
3860 |
4299 |
8,227 |
5,015 |
प्रभाग के कार्य
- टेलीकॉम उपकरण एवं सेवा निर्यात संवर्धन परिषद (टीईपीसी) से संबंधित विषय
- टेलीकॉम उपकरणों एवं सेवाओं के भारतीय निर्यात; परियोजना निर्यात तथा सेवा क्षेत्र निर्यात संवर्धन के लिए प्रभाग के अधीन उल्लिखित 3 परिषदों से प्राप्त एमएआई/एमडीए प्रस्तावों का विश्लेषण/परीक्षण।
- परिषदों द्वारा किए गए निर्यात संवर्धन कार्यकलापों के परिणाम रिपोर्ट का परीक्षण।
- उल्लिखित 3 परिषदों से संबंधित संघीय बजट के लिए बजट-पूर्व प्रस्तावों/सुझावों का परीक्षण।
- परिषद के विविध प्रस्तावों से संबंधित।
- पीएमओ संदर्भ, वीआईपी संदर्भ, कोर्ट के मामले, आरटीआई आवेदन, संसद प्रश्न।
टेलीकॉम उपकरण सेवा निर्यात संवर्धन परिषद (टीईपीसी) (http://www.telecomepc.in/) के बारे में
यह परिषद, बाजार क्षमताओं का पता लगाने के लिए अध्ययन करने, राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय गोष्ठियों का आयोजन करने तथा विभिन्न विदेशी प्रदर्शनियों में निर्यातकों की भागीदारी सुगम करने जैसे निर्यात संवर्धन के उद्देश्य से कई कार्यकलाप करती है। परिषद अपने सदस्यों में व्यापार संबंधित आंकड़ा का प्रचार-प्रसार भी करती है। परिषद, निर्यात एवं सेवाओं के संवर्धन के लिए विभिन्न नीतियों एवं प्रक्रियाओं में आवश्यक परिवतर्न करने के लिए सरकार को विभिन्न सिफारिशें करती हैं।
आयात अमरीकी डॉलर में (मिलियन में) |
श्रेणियां |
2015-16 |
2016-17 |
2017-18 |
2018-19 |
2019-20 |
मोबाइल |
6058.56 |
3787.96 |
3537.29 |
1616.48 |
1036.22 |
टेलीग्राफी उपकरण |
4411.81 |
5508.05 |
6741.81 |
7343.36 |
4712.01 |
टेलीफोन/टेलीग्राफी उपकरण के पार्टस |
5038.28 |
7439.58 |
11563.12 |
8712.69 |
7925.08 |
टेलीकॉम केबल्स |
610.82 |
579.64 |
764.46 |
951.00 |
798.09 |
कुल |
16119.47 |
17315.24 |
22606.68 |
18623.52 |
14471.40 |
आयात अमरीकी डॉलर में (मिलियन में) |
श्रेणियां |
2015-16 |
2016-17 |
2017-18 |
2018-19 |
2019-20 |
मोबाइल |
6058.56 |
3787.96 |
3537.29 |
1616.48 |
1036.22 |
टेलीग्राफी उपकरण |
4411.81 |
5508.05 |
6741.81 |
7343.36 |
4712.01 |
टेलीफोन/टेलीग्राफी उपकरण के पार्टस |
5038.28 |
7439.58 |
11563.12 |
8712.69 |
7925.08 |
टेलीकॉम केबल्स |
610.82 |
579.64 |
764.46 |
951.00 |
798.09 |
कुल |
16119.47 |
17315.24 |
22606.68 |
18623.52 |
14471.40 |
आरटीआई अधिनियम के अंतर्गत अनिवार्य प्रकटन
टेलीकॉम उपकरण एवं सेवा निर्यात संवर्धन परिषद (टीईपीसी)