व्यापार करार एवं वार्ता (मौजूदा)
भारत सरकार तथा अफ्रीका के विभिन्न देशों की सरकारों के बीच 19 व्यापार करार मौजूद हैं। इन व्यापार करारों की सूची विभाग की वेबसाइट [अंतर्राष्ट्रीय व्यापार > व्यापार करार > भारत – अफ्रीका व्यापार करार] पर उपलब्ध है
भारत – साकू पीटीए तथा भारत – कोमेसा पीटीए / एफटीए के लिए वार्ता की वर्तमान स्थिति ‘अंतर्राष्ट्रीय व्यापार’ के तहत ‘व्यापार करार’ में ‘आरटीए में भारत की माजूदा भागीदारियां’ में विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
[ अंतर्राष्ट्रीय व्यापार > व्यापार करार > आरटीए में भारत की मौजूदा भागीदारियां ]
अफ्रीका में क्षमता निर्माण
अफ्रीका के चुनिंदा देशों में कॉटन एवं टेक्सटाइल क्षेत्र को सुदृढ़ करने के लिए कॉटन तकनीकी सहायता कार्यक्रम भारत सरकार की एक पहल है। मई 2011 में अदिस अबाबा में आयोजित भारत – अफ्रीका मंच की दूसरी शिखर बैठक के दौरान इस कार्यक्रम की घोषणा की गई तथा मार्च 2012 में नई दिल्ली में आयोजित दूसरी भारत – अफ्रीका व्यापार मंत्री बैठक के दौरान आधिकारिक तौर पर इसे लांच किया गया।
21 करोड़ रुपए की सहायता से अफ्रीका के चुनिंदा देशों अर्थात बुर्किना फासो, बेनिन, चाड, माले (कॉटन 4), मालावी, नाइजीरिया और युगांडा में कॉटन क्षेत्र के लिए तकनीकी सहायता कार्यक्रम (टीएपी) लांच किया गया तथा तीन वर्ष की अवधि (2011-14) में सफलतापूर्वक पूरा किया गया है।
अब तक 150 से अधिक प्रतिभागियों को कॉटन अनुसंधान एवं विकास, फसल पश्चात प्रथाओं, आधुनिक विस्तार प्रणालियों, कृषक फील्ड विद्यालयों, टेक्सटाइल एवं परिधान उद्योग का विकास आदि जैसे क्षेत्रों में विभिन्न प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण कार्यक्रमों में भारतीय संस्थाओं में प्रशिक्षित किया गया है। प्रतिभागियों में उच्च स्तरीय प्रासंगिक सरकारी अधिकारी, शोध वैज्ञानिक, विस्तार अधिकारी, ओटाई एवं डाउनस्ट्रीम उद्योग से प्रतिनिधि आदि शामिल थे।
कार्यक्रम के तहत कार्यान्वित की जा रही निम्नलिखित गतिविधियों से अवसंरचना एवं ज्ञान आधार का सृजन हुआ है और इनसे मूल्य श्रृंखला में ऊपर उठने तथा देश के किसानों एवं लोगों के लिए बेहतर प्रतिफल प्राप्त करने में लाभार्थी देशों को मदद मिलेगी :
नाइजीरिया और मालावी में कौशल विद्यालय उद्योग के लिए कुशल / प्रशिक्षित जनशक्ति प्रदान करते हैं
युगांडा में बायो पेस्टीसाइड लैब जैविक कॉटन को बढ़ावा देता है
बेनिन में ज्ञान क्लस्टर फसल पश्चात प्रौद्योगिकी / उद्योग का प्रदर्शन कर रहा है
प्रायोगिक आधार पर मालावी में आईसीटी आधारित पेस्ट एवं डिजीज निगरानी प्रणाली
सभी प्रतिभागी देशों ने कार्यक्रम को हाथोंहाथ लिया है तथा इसकी सराहना की है।