भारत सरकार के वाणिज्य विभाग में आपका स्वागत है : 91-11-23062261
प्रभागों
विदेश व्यापार (यूरोप – |)
मंडल के कार्य

यह प्रभाग यूरोपीय संघ क्षेत्र तथा इसके कुछ सदस्‍य देशों जैसे कि यूके, जर्मनी, स्‍पेन, नीदरलैंड, पुर्तगाल, फ्रांस, इटली, बेल्जियम, लग्‍जमबर्ग और आयरलैंड के साथ भारत के व्‍यापार एवं आर्थिक सहयोग से संबंधित काम देखता है।

मंडल में अधिकारी
  • श्रीमती अनिता प्रवीन : संयुक्त सचिव
  • डॉ. इशिता जी. त्रिपाठी : निदेशक
  • श्री धर्मेंद्र कुमार : अवर सचिव
  • श्री पवन कुमार : अवर सचिव
क्षेत्र की व्‍यापार सांख्यिकी

भारत और यूरोपीय संघ के बीच द्विपक्षीय व्‍यापार : –
(मूल्‍य : मिलियन अमरीकी डालर में)

निर्यात / आयात 2015-16 2016-17
निर्यात 44.50 47.20
पिछले वर्ष की तुलना में वृद्धि (प्रतिशत में) -9.85 6.07
भारत द्वारा कुल निर्यात में हिस्‍सा का प्रतिशत 16.96 17.10
आयात 43.90 42.36
पिछले वर्ष की तुलना में वृद्धि (प्रतिशत में) -10.79 -3.51
भारत द्वारा कुल निर्यात में हिस्‍सा का प्रतिशत 11.52 11.02
कुल द्विपक्षीय व्‍यापार 88.39 89.55
पिछले वर्ष की तुलना में वृद्धि (प्रतिशत में) -10.33 1.15
व्‍यापार करार एवं वार्ता (मौजूदा)

भारत और यूरोपीय संघ एक विस्‍तृत द्विपक्षीय व्‍यापार एवं निवेश करार (बीटीआईए) पर वार्ता कर रहे हैं। भारत – यूरोपीय संघ बीटीआईए वार्ता के शीघ्र एवं संतुलित परिणाम के लिए भारत प्रतिबद्ध है

व्‍यापार संवर्धन की गतिविधियां

भारत – यूरोपीय संघ संबंध 1960 के दशक के पूर्वार्ध से चले आ रहे हैं तथा यूरोपीय आर्थिक समुदाय के साथ राजनयिक संबंध स्‍थापित करने वाले पहले देशों में भारत शामिल है। 1994 में हस्‍ताक्षरित सहयोग करार से द्विपक्षीय संबंध व्‍यापार एवं आर्थिक सहयोग से इतर क्षेत्रों में शुरू हुआ।

28 देशों के गुट के रूप में यूरोपीय संघ भारत का सबसे बड़ा क्षेत्रीय व्‍यापार साझेदारों में से एक (तीसरा) है, जबकि भारत 2016-15 में यूरोपीय संघ का 9वां सबसे बड़ा व्‍यापार साझेदार था। 2016-17 की अवधि के लिए यूरोपीय संघ के साथ भारत का समग्र द्विपक्षीय व्‍यापार 89.55 बिलियन अमरीकी डालर है जिसमें यूरोपीय संघ को भारत का निर्यात 47.20 बिलियन अमरीकी डालर (भारत के निर्यात का 17.10 प्रतिशत) और आयात 42.36 बिलियन अमरीकी डालर (भारत के आयात का 11.02 प्रतिशत) शामिल है।

भारत ने यूरोपीय संघ तथा इसके सदस्‍य देशों के साथ संस्‍थानिक तंत्र स्‍थापित किए हैं। इन संस्‍थानिक तंत्रों को विभिन्‍न स्‍तरों पर वाणिज्‍य विभाग द्वारा हैंडल किया जाता है।

भारत के लिए यूरोपीय संघ विदेशी प्रत्‍यक्ष निवेश (एफडीआई) के सबसे बड़े स्रोतों में से एक के रूप में बना हुआ है तथा अप्रैल 2000 से मार्च 2017 के बीच यूरोपीय संघ से भारत में एफडीआई अंत:प्रवाह का मूल्‍य 81.52 बिलियन यूरो था।

2017-18 के दौरान (8 फरवरी 2018 तक) विदेश व्‍यापार (यूरोप 1) प्रभाग की बैठकें
  • आर्थिक सहयोग के लिए भारत – इटली संयुक्‍त आयोग की 19वीं बैठक 11 और 12 मई 2017 को रोम, इटली में हुई।
  • भारत और बेल्जियम – लग्‍जमबर्ग आर्थिक संघ (बीएलईयू) के बीच संयुक्‍त आर्थिक आयोग की 15वीं बैठक 29 मई 2017 को लग्‍जमबर्ग में हुई।
  • भारत – पुर्तगाल संयुक्‍त आयोग की चौथी बैठक 30 मई 2017 को लिस्‍बन में हुई।
  • व्‍यापार पर भारत – यूरोपीय संघ उप आयोग की बैठक 12 जुलाई 2017 को ब्रुसेल्‍स में हुई।
  • भारत – यूरोपीय संघ संयुक्‍त आयोग बैठक के 24वें सत्र का आयोजन 14 जुलाई 2017 को ब्रुसेल्‍स में हुआ।
  • भारत – फ्रांस संयुक्‍त समिति की 17वीं बैठक 24 अक्‍टूबर 2017 को पेरिस, फ्रांस में हुई।
  • भारत – यूके जेटको की 12वीं बैठक 11 जनवरी 2018 को लंदन में हुई।
  • आर्थिक सहयोग के लिए भारत – स्‍पेन संयुक्‍त आयोग की 11वीं बैठक 18 जनवरी 2018 को मैड्रिड, स्‍पेन में हुई।
आरटीआई अधिनियम के तहत अनिवार्य खुलासे

विदेश व्‍यापार (यूरोप 1) प्रभाग के संबंध में सीपीआईओ के नाम, पदनाम और अन्‍य ब्‍यौरों में आरटीआई अधिनियम की धारा 4 (अनिवार्य प्रकटन) के तहत परिवर्तन हो सकता है :

डॉ. इशिता जी त्रिपाठीनिदेशक
  • कमरा संख्या : 225, उद्योग भवन
  •  फ़ोन : 23061624
  • ईमेल : ishita[dot]tripathy[at]nic[dot]in

12 फरवरी 2018 तक की स्थिति के अनुसार